मीठे और खट्टे के मिश्रण को मुरब्बा कहा जाता है। हम पराठे और रोटी के साथ मुरब्बा खा सकते हैं और हम लंबे समय तक मुरब्बा को फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं। आप विभिन्न प्रकार के मुरब्बा जैसे आमला का मुरब्बा, गाजर मुरब्बा, सेब मुरब्बा, कच्चा आम मुरब्बा आदि बना सकते हैं। यहाँ पर आप विभिन्न प्रकार के मुरब्बा व्यंजनों को प्राप्त कर सकते हैं, जिन्हें आसानी से और कम समय में बनाया जा सकता है।
आंवले का फल बहुत गुणकारी होता है, इसमें आयरन और विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाते है. आंवले का मुरब्बा बहुत ही स्वादिष्ट होता है. आंवला सर्दी के मौसम में ही बाजार में मिलता है और इसी मौसम में हम इससे अचार या मुरब्बा बना कर रख सकते हैं. आंवले का मुरब्बा यदि गरमी में रोजाना खायें तो यह बहुत तरावट देने वाला और दिमाग को ताकत देने वाला होता है.
आजकल बाजार में गाजर बहुतायत में मिल रहीं है. यही सही समय है गाजर का हलवा और गाजर का मुरब्बा बनाने का. गाजर का मुरब्बा गर्मियों के मौंसम में नियमित रूप से खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और खून भी बढ़ता है.
आम छुन्दा पारम्परिक गुजराती डिश है. यह 2 प्रकार का होता है. एक मसाले वाला, यह रोटी परांठे किसी के से साथ बहुत पसन्द किया जाता है. और दूसरा एक दम मीठा छुन्दा. इसे बच्चे बहुत पसन्द करते हैं, रोटी, परांठे में लगा रोल बनाकर, या ब्रेड के साथ सैन्डविच बनाकर वे इसे बड़े प्यार से खाते हैं. तो आइये आज हम आम का मीठा छुन्दा बनायें.
सेब का मुरब्बा बहुत ही गुणकारी, मिनरल्स और विटामिन से भरपूर और ठंडक देने वाला होता है, पाचन के लिये भी सेब मुरब्बा अच्छा होता है.
तरबूज के छिलके के गूदे से सब्जी या जैम तो बनती ही है, इससे बना हुआ मुरब्बा बहुत स्वादिष्ट और ठंडक पहुंचाने वाला होता है. इस मुरब्बे को हम फ्रूट क्रीम, आइसक्रीम, कुल्फी में भी डाल कर खा सकते है.
कच्चे आमों से कई प्रकार के अचार, चटनी और मुरब्बा बनाये जाते हैं, जिन्हैं हम साल भर तक रख कर खाने के प्रयोग में लाते रहते हैं. अभी आम का मौसम चल रहा है, बच्चो को मीठे अचार और मुरब्बा बहुत पसन्द आते है, तो आइये आज आम का मुरब्बा बनायें. मुरब्बा बनाने के लिये, बिना रेशे के अच्छे, सख्त आम ही अच्छे रहते हैं.