कचौरी एक मसालेदार स्नैक्स है, जो भारतीय महाद्वीप में लोकप्रिय है, और प्रवासी भारतीयों और अन्य दक्षिण एशियाई प्रवासियों में आम है, जैसे त्रिनिदाद और टोबैगो, गुयाना और सूरीनाम। कचौरी का वैकल्पिक नाम कचौड़ी कचौरी और तला हुआ गुलगुला है। आप अलग-अलग तरह की कचौड़ी के लिए ट्राई कर सकते हैं जैसे सूजी कचौरी, आलू की कचौरी, राज कचौरी, सत्तू की कचौरी, बेक्ड कचौरी, पनीर कचौरी, मूंगदाल कचौरी, आलु भुजिया कचोरी, सिंघारे की कचौरी, आदि।
कचौड़ियाँ उत्तर भारत में बनाया जाने वाला पसन्दीदा पकवान है. सुबह सुबह यहां दुकानों पर भी नास्ते के लिये गरमा गरम कचौड़िया तैयार हो जाती हैं. खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती हैं. ये उरद की दाल भर कर के बनाई जाती हैं. दाल भर कर बनायी कचौड़ियों को आप एक सप्ताह तक रख कर खा सकते हैं.
बाहर से एकदम कुरकुरी परत में आलू और मसाले भरकर बनाये हुये आलू समोसे किसे पसन्द नहीं आते ? सर्वाधिक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड में से एक आलू भरे समोसे बनाना कतई मुश्किल नहीं है. आज ही शाम की चाय के साथ इन्हें बनाकर देखिये.
मटर की कचौरी बनाने में इतनी आसान हैं, कि जब भी चाहें आप तुरन्त बना कर अपने मेहमानों को खिला सकती हैं और घर में कभी भी जब आपका मन हो मटर की कचौरी बनाकर खा सकते हैं. तो आइये आज हम मटर की कचौरी बनाते हैं.
उरद दाल ,आलू या स्वीट कार्न कचौरी की तुलना में बेसन मसाला कचौरी की शेल्फ लाइफ अधिक होती है. यदि आप घर से बाहर की दिन के लिये घूमने के लिये भी जा रहे हैं तो यह कचौरी बना कर ले जा सकते हैं. आसानी ने बनने वाली कुरकुरी, खस्ता बेसन की कचौरी आप सभी को बहुत पसंद आयेंगी
राज कचौरी के अन्दर अनेकों स्वाद भरे होते हैं. बाहर से कचौरी का कुरकुरापन लेकिन इसके अन्दर भरे मुलायम पकौड़ी, दही लपेटे आलू, भुजिया, नमकीन खट्टी मीठी चटनियों का सम्मिलित स्वाद. जब तक इसे आप खायें नहीं अनुभव नहीं कर सकते.
नमकीन खस्ता कचौरी कई तरह से बनाई जातीं हैं. हम उरद दाल की खस्ता कचौरी, मूंग दाल की कचौरी बना चुके हैं. आज हम सूजी की आलू मसाला भरी खस्ता कुरकुरी कचौरी बनायेंगे. सूजी की खस्ता कचौरी का कुरकुरापन उरद दाल और मूंग दाल की खस्ता कचौरी से एकदम अलग होता है और आपको बेहद पसंद आयेगा.
सप्ताहांत में बनने वाला नाश्ता रोजाना बनने वाले नाश्ते से कुछ अलग अलग ही होता है, कुछ अच्छा सा स्वादिष्ट हो तो कितना अच्छा है, तो आइये इस सप्ताहांत में हम सत्तू की कचौरी बनायें
सत्तू की कचौरी बनाना बड़ा ही आसान है और समय भी कम ही लगता है. आजकल सत्तू लगभग सभी शहरों में किराने की दुकानों में तैयार मिल जाता है. खासियत इन सत्तू की कचौरियों को 4-5 दिन तक रख कर खा सकते हैं.
मैकरोनी और चीज मिलाकर भरे हुये समोसे स्ट्रीट फूड के रूप में आजकल बहुत पसंद किये जा रहे हैं. इन्हें पैकेट्स और समोसे दोनो शेप में बनाया जा सकता है. बच्चों को तो ये बहुत ही पसंद आयेंगे.
आफिस की छुट्टी या बच्चों के स्कूल की छुट्टी हो, सुबह के नाश्ते में कुछ अलग होना ही चाहिये. तो क्यों न छुट्टी के दिन हम आलू की कचौड़ी बनायें, क्या ख्याल है आपका?
छुट्टी के दिन के नाश्ते के लिये कुछ स्पेशल बनाया जाय तो परिवार के सभी लोग बहुत खुश होंगे, आज हम हरे चने की स्पेशल कचौड़ी बनायेगे, जो बहुत ही स्वादिष्ट होती हैं, तो आइये हरे चने (छोलिया) की कचौड़ी बनाना शुरू करते हैं
छुट्टी के दिन नाश्ते में कुछ स्पेशल बनाना है, तो आप ये स्वादिष्ट पनीर करंजी बनाइये, पनीर करंजी आपके बच्चों को और आपको बहुत पसन्द आयेंगी.
दाल पकवान की दाल चने की दाल से बनाई जाती है, और पकवान मैदा की करारी पूरी की तरह होते है. दाल पकवान आप किसी भी छुट्टी के दिन सुबह के नाश्ते में बनाइये सभी को बहुत पसन्द आयेंगे,
दाल पकवान बनाना बड़ा आसान है, इसको बनाने में समय भी कम ही लगता है. आइये दाल पकवान बनायें.
अगर आप कचौरियों को पसंद करते हैं और तेल खाने से बचना चाहते हैं तो बेक की हुई खमीर उठाये हुये आटे से बनी आलू बेक्ड कचौरिया आपको बहुत पसंद आयेंगी. लगभग इसी रेसीपी को कचौरी की शक्ल में न बनाकर गोल शक्ल में बनाकर आलू मसाला बन भी बनाये जाते हैं. तो आईये आज बेक्ड कचौरिया उर्फ आलू मसाला बन बनाते है.
नवरारत्रि व्रत चल रहे हैं, व्रत में खाने के लिये नये नये व्यंजन हों तो खाने का मजा ही कुछ और है, यदि आप व्रत का खाना खाने के लिये किसी मेहमान को बुला रहे हों तो कुछ नये तरीके से बना लिया जाय तो अच्छा लगेगा. आइये आज हम सिघाड़े के आटे से कचौड़ियां बनायें.
कचौरी की स्टफिंग कई तरीके से बनाई जाती है. दाल से भरी हुई कचौरियों की शेल्फ लाइफ अन्य कचौरियों की अपेक्षा अधिक होती है और ये खस्ता भी अधिक होतीं हैं. आज हम मूंग की दाल से भरी कचौरियां बनारहे हैं.
कचौरी में स्टफिंग हम अनेक तरह की भर सकते हैं. आज हम चीज और पनीर भरकर चीज कचौरी बना रहे है. बच्चों के साथ साथ आपको चीज भरी हुई कचौरिया बहुत पसंद आयेगीं.
कचौरी भुजिया बिहार की पारम्परिक रेसिपी है, गेहूं के आटे से बनी नमकीन खस्ता पूरियां और साथ में छोटे आलू से बनी तीखी काली मिर्च के स्वाद वाली आलू भुजिया को छुट्टी के दिन के खास नाश्ते में बनाया जा सकता है,
जब आप एक से अधिक मिठाईया और नमकीन बना रहे हों तो मेहमानों के सामने समस्या आती है कि क्या खायें और क्या छोड़ें! सामान्य समोसे तो एक खाकर ही पेट भरा जैसा हो जाता है जिससे आप बाकी पकवानों का मज़ा नहीं ले पाते. इसका हल हैं मिनी समोसा.