आजकल बाजार में गाजर बहुतायत में मिल रहीं है. यही सही समय है गाजर का हलवा और गाजर का मुरब्बा बनाने का. गाजर का मुरब्बा गर्मियों के मौंसम में नियमित रूप से खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और खून भी बढ़ता है.
सामग्री -
विधि -
गाजर को छीलिये, डंठल काटिये और धो लीजिये.
गाजर का पानी सुखाकर, गाजर के 1 या 1 1/2 इंच के टुकड़े कर लीजिये, अगर गाजर मे बीच में पीला भाग ज्यादा हो तो गाजर को बीच से काट 2 भागों में काटिये और पीले भाग को निकाल दीजिये.
किसी बर्तन में इतना पानी भरकर गरम करने रखिये जिसमें गाजर आसानी से डूब सकें. पानी में उबाल आने के बाद, गाजर पानी में डाल दीजिये और फिर से उबाल आने के बाद 2-3 मिनिट तक उबालिये. आग बन्द कर दीजिये, गाजर को उस पानी में ढककर 5 मिनिट के लिये रख दीजिये.
गाजर पानी से निकालिये, छलनी में कपड़े पर 1-2 घंटा रखा रहने दीजिये ताकि गाजर से पानी पूरी तरह निकल जाय, गाजर को फोर्क से गोद लीजिये.
इन गाजर को स्टील की कढ़ाई में रखिये, चीनी डालकर मिलाइये और 6-7 घंटे या रात भर के लिये ढककर रख दीजिये. गाजर का रस बाहर निकल आता है.
गाजर भरी कढ़ाई आग पर रखिये और चाशनी के गाढ़े होने (चाशनी के 1 तार की रहने तक) तक गाजर को पका लीजिये. आग बन्द कर दीजिये. दूसरे दिन यदि चाशनी पतली लगे तो एक बार फिर से मुरब्बा की कढाई को आग पर रखिये और चाशनी के गाढ़ा होने तक मुरब्बा को पका लीजिये.
ठंडा होने के बाद इसमें नीबू का रस डाल कर मिला दीजिये. गाजर का मुरब्बा तैयार है.
गाजर का मुरब्बा एअर टाइट कन्टेनर में भरकर रख लीजिये. जब भी आपका मन करे, स्वादिष्ट गाजर का मुरब्बा कन्टेनर से निकालिये और खाइये.