सेब का मुरब्बा बहुत ही गुणकारी, मिनरल्स और विटामिन से भरपूर और ठंडक देने वाला होता है, पाचन के लिये भी सेब मुरब्बा अच्छा होता है.
सामग्री -
विधि -
सेब का मुरब्बा बनाने के लिए, सबसे पहले सेब को अच्छे तरह धोकर ले लीजिए. पीलर की मदद से इन सभी के छिलके उतार लीजिए और डंठल हटा लीजिए, और पानी में डाल कर रख दीजिए ताकि इन पर कालापन न आ पाए.
एक बड़े बरतन में इतना पानी ले लीजिए जिसमें सारे सेब आसानी से डूब जाएं. पानी को गरम होने के लिए गैस पर रख दीजिए और जैसे ही पानी में उबाल आने लगे, सेब डाल दीजिए.
सेब को हल्का सा नरम होने तक पकने दीजिए. लगभग 15 मिनिट तक सेबों को उबाल लेने पर इन्हें चैक कीजिए. सेब हल्के नरम हो गये हों तो गैस बंद कर दीजिए, और सेब को पानी से अलग निकाल लीजिए.
सेब उबालने वाला जो पानी बचा है उसी में चाशनी बना लीजिए. इसके लिए 1 एक दूसरे बरतन में चीनी डाले और उसमें 3 -4 कप पानी डालें. चीनी पानी में घुलने तक पका लीजिए.
चाशनी में चीनी घुलने पर इसमें सेब डाल दीजिए. सेब को चाशनी में डालकर पकाइये, इन्हैं तब तक पकाएं जब तक की चाशनी शहद जैसी गाढी़ न हो जाए. चाशनी गाढी़ होने पर इसे चैक कर लीजिए. किसी प्याले में 1-2 बूंद गिरा कर, थोड़ा ठंडा होने के बाद, उंगली और उंगूठे के बीच चिपका कर देखिये कि 2 तार निकल रहे हैं और यदि 2 तार न भी बन रहें हो लेकिन तार काफी लम्बा हो रहा है, तब चाशनी बनकर तैयार है.
गैस बंद कर दीजिए, सेब को चाशनी में ही रहने दीजिए ताकि सेब के अंदर चाशनी की मिठास अच्छे से समा जाए.
चाशनी में नींबू का रस डाल कर मिक्स कर दीजिए. साथ ही इसमें इलायची पाउडर डाल कर मिक्स कर दीजिए. सेब को 2 दिन के लिये चाशनी में ही डूबे रहने दीजिए और रोजाना 1 दो बार चमचे से चला भी दिजिए, 2 दिन के बाद स्वादिष्ट सेब का मुरब्बा बनकर तैयार है.
मुरब्बा को फ्रिज में रख कर 2 महीनों तक आराम से खाया जा सकता है, और अगर आप इसे और ज्यादा दिनों तक रखना चाहते हैं तो इसमें ऎसिटीक ऎसिड या बेन्जोइक एसिड की 1 छोटी चम्मच चाशनी में डाल कर अच्छी तरह मिला दीजिए.
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