चकली अनेक तरह से बनाई जाती है. इसे चावल के आटे में में दाल का आटा और बेसन मिलाकर भी बनाया जाता है, मैदा से भी और सिर्फ चावल के आटे से भी. चावल के आटे से इसे तुरत फुरत बिना किसी तैयारी के बना सकते है.
सुबह के नाश्ते में कुछ अच्छा और जल्दी बनाना हो तो सूजी यानी कि रवा का दोसा बनाया जा सकता है, सूजी दोसा बहुत आसानी से और बहुत जल्दी बन जाता है, इसे बनाने के लिये पहले से तैयारी करने की आवश्यकता नहीं है, और खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है.
नारियल के लड्डू तुरत फुरत बनने बाले लड्डू हैं, लेकिन स्वाद में बेजोड़. आप दिवाली जैसे त्योंहार पर नारियल के लड्डू बना सकते हैं. नारियल के लड्डू मावा या कंडेसड मिल्क दोनों से बनाये जा सकते हैं लेकिन मावा से बना नारियल लड्डू अधिक स्वादिष्ट होता है.
बाहर से कुरकुरा और अन्दर से सॉफ्ट, तीखी चटनी की परत लगाकर बनाया हुआ मैसूर मसाला दोसा लोकप्रिय स्ट्रीट फूड्स में से एक है.
दक्षिण भारत में नारियल की खीर में चावल भी मिलाये जाते हैं लेकिन उत्तर भारत में नारियल की खीर कच्चे नारियल से बनाई जाती है और इसमें चावल नहीं मिलाये जाते. इसलिये कि इसे व्रत में भी खाया जा सके. आईये आज बनाते हैं कच्चे मीठे नारियल की स्वदिष्ट खीर.
जब एक जैसी सब्जियां खाते खाते मन ऊब जाय और तो हल्के सुगंधित देशी मसालो की महक वाली तरी में डूबे हुये टमाटर बनाकर देखिये. आपको टमाटर का सालन (Tamatar ka Salan) बेहद पसंद आयेगा.
सॉंफ्ट मुलायम इडली बनाने के लिये सही इडली के घोल का होना जरूरी है. अगर इडली का बैटर सही तरह से फूला न हो या इसमें इन्ग्रेडिएन्ट्स की मात्रा सही न हो तो हमारी इडली एकदम सफेद, फूली फूली और सॉफ्ट सॉफ्ट नहीं बनतीं.
सांबर वड़ा (Samar Vada) को मेदू वड़ा भी कहते हैं, ये दक्षिण भारतीय खाना है लेकिन सारी दुनियां में इसकी धूम है, ये बहुत पसन्द किया जाता है. गरमा गरम सांबर में डूबा हुआ फूले फूले दाल का वड़ा (Vada) और इसकी विशुद्ध भारतीय महक का कोई जबाब नहीं.
पिछले सप्ताह हमने नान स्टिक अप्पा मेकर (Appa maker) खरीदा और हमें यह बहुत पसंद आया. लिया तो ये दक्षिण भारतीय अप्पम बनाने के लिये था लेकिन इसका अधिकांश उपयोग बिना तेल के कटलेट्स बनाने में किया. अप्पम में इसमें सबसे पहले हमने उन्नीअप्पम (Unni Appam) बनाया जो बहुत ही स्वादिष्ट बने.
चावल, नारियल और ढेर सारे पानी से बने कागज जैसे पतले, एकदम सॉफ्ट सॉफ्ट नीर दोसा चाहे गर्मा गर्म या ठंडे दोनो तरह से बहुत अच्छे लगते हैं. इन्हें आप चटनी, करी, अचार या साम्बर के साथ परोस सकते हैं. इन्हें चावल को फर्मेन्ट किये बिना तुरत फुरत बनाया जा सकता है. बच्चों को स्कूल टिफिन में भी ये बहुत पसंद आयेंगे.
दक्षिण भारत की खास मिठाई मैसूर पाक़ को किसी भी स्पेशल अवसर या किसी भी त्यौहार पर बनाया जा सकता है. मावा और पानी न होने की वजह से मैसूर पाक की सैल्फ लाइफ बहुत अधिक है.
कुछ हल्का फुल्का बिना तेल का खाने का नाश्ता करने का मन हो तो आईये आज साबूदाना उपमा बनायें. साबूदाना खिचड़ी (Sago Khichadi) और साबूदाना नमकीन (Sabudana Namkeen) जहां बड़े साबूदाना से अच्छा बनते हैं, साबूदाना उपमा (Sago Upma) छोटे साबूदाना से बनाया जाता है. इसे आप व्रत में भी खा सकते हैं.
क्या आप कम तेल का नाश्ता करना चाहते हैं? आईये आज दक्षिण भारत का लोकप्रिय भोजन रवा उपमा (Semolina Upama Recipe) बनायें.
सब्जी के लिये हमेशा कच्चा सफेद रग का कटहल ही लीजिये. कटहल की तरी आप कई प्रकार से बना सकते हैं, जैसे खस खस की तरी, टमाटर और दही की तरी या मक्खन मलाई की तरी (How to make Tari for Curry). लेकिन आज हम काजू की तरी के साथ कटहल बनायेंगे. आइये कटहल की तरी वाली सब्जी बनाना शुरू करें.
शाम को खाने से पहले अगर कुछ हल्का फुल्का खाने का मन करे तो आप कच्चे केले के कटलेट्स (Raw Banana Cutlet ) बना सकते हैं. अपनी पसन्द से आप केले कटलेट सिर्फ केले से या केले आलू मिलाकर किसी भी तरह से बना सकते हैं.
दाल चावल के बैटर से बने उत्तपम के बजाय रवा से बने उत्तपम बिना किसी पूर्व तैयारी के तुरत फुरत बनाये जा सकते हैं. इन्हें बच्चों के स्कूल टिफिन में भी रखा जा सकता है.
आप चावल दाल की इडली तो बेहद पसंद करते होंगे. लेकिन सूजी (रवा) से बनी इडली (Rava Idli) बनाने में कम समय लेतीं हैं. इसकी खूबी यह है कि इसमें न तो एक दिन पहले भिगोने का झंझट न कुछ इसे पीसने का. इनमें तेल तो लगता ही नहीं. इसे बच्चे हो या बड़े सभी पसन्द करते हैं.
गर्मी का पारा चढने के साथ साथ बाजार में सब्जियों की उपलब्धता भी कम हो रही है. लेकिन आजकल कच्चे केले खूब मिल रहे हैं. आईये आज कच्चे केलों की आसान सी सब्जी कच्चा केला फ्राइ (Raw Banana Fry) बनायें. केले से हम पहले कच्चा केला टिक्का करी (Raw Banana Tikka Curry) और कच्चे केले के कोफ्ते (Raw Banana Kofta Curry) बनाये हैं. कच्चे केले फ्राई इन दोनों के विपरीत तुरत फुरत जल्दी तैयार होने वाली सब्जी है.
दही वड़ा (Dahi Vada -Dahi Wada) खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है. त्यौहार या अन्य किसी अवसर पर तला खाकर आपकी तबियत तृप्त हो गयी हो तो दही वड़ा आपके पेट का भी ध्यान रखेगा और स्वाद का भी, दही वड़े उरद की दाल से, उरद दाल और मूंग दाल मिलाकर, और सिर्फ मूंग दाल से भी दही बड़े बनाये जाते हैं, आज हम उरद की दाल से दही वड़े बना रहे हैं. आईये दही वड़ा बनाना शुरू करते हैं.
सांबर परम्परागत तमिल भोजन का प्रमुख हिस्सा है. गरमा गरम सांबर से भुने हुये मसालों की महक आपको अपनी ओर खींच ही लेगी. चाहे चावल हों, बड़ा, दोसा, इडली, रवा इडली सांबर सभी के साथ खाया जाता है. यह कई तरीके से बनाया जाता हैं. इसमें विशेष सब्जियां कटहल (Jackfruit) या मुनगा (Drumstick) डालकर इसे अलग स्वाद भी दे सकते हैं. इसे बनाने में अरहर (तूअर) की दाल और सब्जियों प्रयोग किया जाता है. यह स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी है. तो आइये आज हम सांबर बनायें.