भारत में, दाल और करी के बहुत सारे सत्य हैं, और उन्हें बनाने के विभिन्न तरीके भी हैं। चने के आटे पर आधारित करी में गाढ़ी ग्रेवी होती है। करी और दाल दोनों को उबले हुए चावल या रोटी के साथ खाया जाता है। आप विभिन्न प्रकार की करी दाल जैसे कि आलू बड़ी करी, सांबर, उरद चना की दाल, आदि बना सकते हैं। आप रेसिपी बनाने की प्रक्रिया प्राप्त कर सकते हैं और आवश्यक सामग्री प्राप्त कर सकते हैं।
ग्वार की फली की सब्जी उत्तर भारत में बनाई जाती है, यह बहुत ही स्वादिष्ट सब्जी होती है. आज हम ग्वार की फली की सब्जी ही बनायेगें.
विटामिन व न्यूट्रीशन्स से भरपूर कच्चे पपीते से हम करी, सलाद, परांठे बनाते हैं लेकिन इसकी सूखी सब्जी जितनी अधिक स्वादिष्ट लगती है इसे बनाना उतना ही अधिक सहज है.
बेसन वाली शिमला मिर्च सब्जी बहुत स्वादिष्ट होती है, और बड़ी आसानी से बहुत जल्द बन जाती है. टिफिन में पैक करने के लिये बेसन वाली शिमला मिर्च बहुत ही अच्छी सब्जी है. सब्जी को साइड डिश के रूप में परोसिये.
गोभी आलू की सब्जी बहुत ही स्वादिष्ट बनती है, बच्चे या बड़े सभी को पसन्द आती है ये सब्जी, गोभी आलू को काट कर सीधे कढ़ाई में तेल मसाला डाल कर सादा गोभी आलू बनाइये या फिर गोभी आलू के लिये टमाटर का मसाला तैयार कीजिये और इस मसाले में तले हुये गोभी आलू मिला दीजिये, दोनों ही तरीके से बनी सब्जी स्वादिष्ट होती है. आइये आज हम गोभी आलू की सब्जी बिना तले सीधे कढ़ाई में बनायें.
क्या आपका कभी कभी तीखा खाने का मन करता है? भरवां मिर्ची का साथ आपके खाने का स्वाद दोगुना कर देता है. आईये आज हम बेसन की भरवां मिर्च बनायें. बेसन की भरवां मिर्च, एक हफ्ते तक, फ्रिज में रख कर खाई जा सकती हैं.
भिन्डी को कई तरह से बनाया जाता है, जैसे भिन्डी में ज्यादा मसाला डालकर, भिन्डी में बहुत ही कम मसाला डालकर, टमाटर वाली भिन्डी, दही भिन्डी, कुरकुरी तली हुई भिन्डी, बेसन वाली आलू भिन्डी, बेसनी भिन्डी आदि . बेसनी भिन्डी बेसन मसाला को भिन्डी में स्टफ करके भी बनाई जातीं है और मसाले में बेसन भूनकर भी. आज हम मसाले के साथ बेसन भून कर लाजबाव बेसनी भिन्डी बना रहे हैं.
पनीर की सब्जी को कई तरीकों से बनाया जाता है. उनमें से एक तरीका ये है, इस सब्जी को हम थोड़ा इस तरह बनायेंगे मसाला थोड़ा ज्यादा, लेकिन क्रीम और दूध का प्रयोग नहीं करेंगे. आईये आज हम मसाला पनीर बनायें.
सर्दियों के मौसम में मिस्सी रोटी बहुत अच्छी लगती है और मिस्सी रोटी के साथ उरद चने की दाल हो तो और भी बेहतर है तो आईये आज उरद चने की दाल बनाना शूरू करते हैं.
ग्वारपाठा पेट की बीमारियों के लिये और जोड़ों के दर्द के लिये बहुत फायदेमन्द है ही, ये शरीर में प्रतिरोधक शक्ति भी बढ़ाता है. इससे हम लड्डू, हलवा तो बना ही सकते हैं लेकिन अभी प्रस्तुत है एलोवेरा सब्जी.
सोया चॉप में काफी सारा प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो कि आपकी सेहत के लिहाज से बिल्कुल ठीक है. सोया चंक्स तो भारत के हर किचन में पाया जाता है.कहते हैं कि यह ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करता है, कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हमारे पेट को भी ठीक रखता है..
कच्ची हल्दी की सब्जी राजस्थान की परम्परागत सब्जी है जो शादी या अन्य मांगलिक अवसरों पर बनाई जाती है. कच्ची हल्दी की सब्जी सर्दियों के मौसम में बनाई जाती है, कच्ची हल्दी आती ही सर्दियों के मौसम में है. कच्ची हल्दी पीले कलर की अदरक की तरह गांठे होती है. हल्दी खाने में बहुत गरम होती है, जुकाम या सर्दी से होने वाले दर्द में लाभदायक है.
ककोरा को कन्टोला भी कहते हैं. आजकल तो हर मौसम में ककोरा और इनकी सब्जी बहुत स्वादिष्ट बनती है. छोटी साइज के ककोरे और बड़े आकार की किस्म के . दोनों तरह के ककोरे एक ही तरीके से बनाये जाते है, लेकिन छोटी आकार के ककोरे अधिक स्वादिष्ट होते हैं. तो आइये आज हम छोटे ककोरे की सब्जी बनायें.
पके केले तो सभी खाते रहते हैं. कच्चे केले की सब्जी भी खा कर देखिये बहुत ही स्वादिष्ट होती है. तो आज हम कच्चे केले की सब्जी ही बना रहे हैं.
कलोंजी या भरवां करेले हम पहले बना भी चुके हैं लेकिन अब हम करेले की कलोंजी, करेले उबाल कर और कुछ और मसाले डालकर दूसरी प्रकार से बनायेंगे. इस तरह बनाये करेले हल्के मुलायम बने होते हैं.
बडिंया उरद दाल या मूंग की दाल की होती हैं. कभी कभी आप पाते है कि आपके फ्रिज में आलू के अतिरिक्त कोई सब्जी नहीं बची तो आप आलू बडियां रसेदार बना सकते हैं. प्रस्तुत हैं आलू बड़ी की सब्जी.
कद्दू की सब्जी कुछ लोग नहीं पसन्द करते हों, लेकिन कद्दू को अगर आप इस तरीके से बनायें तो आप अवश्य पसन्द करेंगे. उत्तर प्रदेश में कद्दू की सब्जी पूरी के साथ बनाई जाती है, और यह बहुत ही स्वादिष्ट होती है. तो आइये आज कद्दू की सब्जी बनायें.
सांबर परम्परागत तमिल भोजन का प्रमुख हिस्सा है. गरमा गरम सांबर से भुने हुये मसालों की महक आपको अपनी ओर खींच ही लेगी.
चाहे चावल हों, बड़ा, दोसा, इडली, रवा इडली सांबर सभी के साथ खाया जाता है. यह कई तरीके से बनाया जाता हैं. इसमें विशेष सब्जियां कटहल या मुनगा डालकर इसे अलग स्वाद भी दे सकते हैं. इसे बनाने में अरहर (तूअर) की दाल और सब्जियों प्रयोग किया जाता है. यह स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी है. तो आइये आज हम सांबर बनायें.
फूलगोभी, पत्ता गोभी तो हम अक्सर बनाते ही रहते हैं. गोभी समूह की सभी सब्जियों में एन्टी एजिंग तत्व होते ही हैं. आईये आज हम गांठ गोभी फ्राय बनायें
कमल ककडी का अपना खास स्वाद, फाइबर और टैक्चर होता है. मुझे कमल ककडी का अचार बहुत पसन्द आता है. जब आपका सूखी सब्जी के लिये एकदम अलग सी सब्जी खाने का मन करे तो कमल ककडी फ्राइ बना कर देखियेगा. सभी को अवश्य पसन्द आयेगी.
भरवां सब्जियों का स्वाद कुछ तो कुछ अलग ही होता हैं. जब कभी भी आपका किसी भरवां विशेष बनाने के लिये मन करे तो भरवां टमाटर बनाकर देखिये. ये बड़े स्वादिष्ट बनते हैं.