खिचड़ी मूल रूप से सामान्य दिनों में चावल और दाल से बनी होती है, लेकिन किसी भी विशेष अवसर पर हम अलग-अलग तरह की खिचड़ी बना सकते हैं, जैसे साबूदाना खिचड़ी, बाजरा भट, बाजरा खिचड़ी, सब्जी खिचड़ी, सांवली चावल व्रत चावल आदि। आप सभी खिचड़ी रेसिपी प्राप्त कर सकते हैं। , खिचड़ी, आवश्यक सामग्री और सामग्री की मात्रा बनाने के लिए प्रक्रिया।
साबूदाने की खिचड़ी मुख्यत: व्रत उपवास में बनाकर खाई जाती है. आईये आज बनायें साबूदाने की खिचड़ी.
दलिया खाने में स्वादिष्ट लेकिन बनाने में बड़ा आसानी से बनने वाला भोजन है. बच्चे और बड़े सभी के लिये पौष्टिक है. यह बहुत जल्द पचने वाला आहार है, इसीलिये अस्वस्थ्य लोगों के लिये दलिया बनाकर मूंगदाल या दूध के साथ दिया जाता है. छोटे बच्चे की मां को अगर दूध कम हो रहा है, तो दूध दलिया खाने से मां का दूध भी बड़ जाता है. आइये आज हम यह पौष्टिक दलिया बनाते हैं.
खिचड़ी शीघ्र पचने वाला खाना है. ज्यादातर खिचड़ी दाल चावल की बनाई जाती है. लेकिन अगर इस खिचड़ी में सब्जियाँ डाल कर बनायें, तो यह खिचड़ी बड़ी ही स्वाद हो जाती है,
चावल का भात आप सभी हमेशा खाते ही हैं. सर्दियों में एक बार बाजरे का भात भी बनाइये. बाजरे का भात बनाने में मेहनत और समय दोंनो ही अधिक लगते हैं. सच बात तो यह है, कि मै भी बाजरे का भात बचपन में ही खाया करती थी, जब मेरी मां बनाती थी.
चावल की खिचड़ी तो हमेशा बनती ही है, लेकिन अभी सर्दियों में अगर बाजरे की खिचड़ी बना ली जाय तो एक अलग स्वाद की खिचड़ी खाने को मिल जायेगी. बाजरे की खिचड़ी बहुत स्वादिष्ट होती है, इसकी सुगन्ध भी बड़ी ही मन मोहक होती है. तो आइये बाजरे की खिचड़ी बनायें.
नवरात्रि में सभी श्रद्धालु सात्विक भोजन करते हैं. व्रत के लिये हम समा चावल बनाते है. इन्हें समा चावल कहते हैं. ये आकार में सामान्य चावलों से बहुत छोटे होते हैं.
समा चावल का पुलाव बना लीजिये और यदि आप मीठा पसन्द करते हैं तो इनके खीर बना लीजिये. आईये आज व्रत के चावल बनायें
महेरी किसी समय गांवों में सुबह नाश्ते में खाई जाती थी. ये ताजा ताजा बिलोये मठे से बनायी जाती रही है. मुझे नहीं मालूम कि आजकल भी यह बनायी जाती है या नहीं. लेकिन आज हम घर पर फिर बना डालते है महेरी.