भारत में, गरीब मूल रूप से कुछ विशेष अवसरों पर बना रहे हैं। पूड़ी अट्टा से बनती है लेकिन इसका आटा थोड़ा सख्त होता है फिर रोटी का आटा। पूड़ी को गहरे तले हुए तेल या घी में पकाया जाता है। किसी भी विशेष अवसर पर, आप अलग-अलग प्रकार की कविताएँ बना सकते हैं जैसे कद्दू पुरी, आलू पुरी, दाल भरवां पूड़ी, खस्ता पूड़ी, खस्ता पूड़ी, चवाल पूड़ी, नागोरी पूड़ी, बेदमी पुरी, आम पुरी, आदि। आप इस प्रक्रिया को भी खोज सकते हैं। विभिन्न प्रकार के घटिया व्यंजनों को बनाने के लिए।
बेडमी पूरी दिल्ली, आगरा, मथुरा क्षेत्र का लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है. सुबह सुबह नाश्ते में आलू मसाले की सब्जी के साथ खस्ता कुरकुरी बेडमी पूरी और सूजी का हलवा सभी को बेहद पसंद आते हैं.
बेडमी पूरी भीगी दाल को पीस कर आटे में गूंथ कर भी बनाई जाती है और दाल की पिट्ठी को बेडमी में भरकर भी. दाल को आटे में गूंथ कर बनाई हुई बेडमी पूरी की रेसीपी यहां है,
कद्दू की पूरी नमकीन भी बनतीं है और मीठी भी. कद्दू की नमकीन पूरी पूरियों जैसी नरम होती है लेकिन इनका स्वाद खाने में कचौरियों जैसा होता है. आप त्यौहार पर यदि कुछ विशिष्ट प्रकार की पूरियां बनाना चाहें तो कद्दू की नमकीन पूरी बनाकर देखिये.
पूरियां आप कितनी तरह से बनाते हैं, साधारण पूरी, मैथी की पूरी, मीठी पूरी, बेड़मी पूरी, मिस्सी पूरी तो आप बना ही चुके हैं. खस्ता पूरियां अपने कुरकुरेपन के कारण खाने में बहुत स्वादिष्ट होती हैं. आइये नमकीन खस्ता पूरी बनाते हैं.
आलू के भरवां पराठे तो आपने अवश्य खाये होंगे. आलू और अजवायन को मिला कर गुथें हुये आटे की पूरी का खस्ता स्वाद भी आप भूल नहीं पायेंगे.
सादा पूरियां तो खाते ही रहते हैं. आज दाल भरी पूरियां खाते हैं. दाल की पूरी बहूत ही स्वादिष्ट होती हैं, तो आइये आज के नाश्ते में दाल की पूरी बनाते हैं.
जब भी आपको तुरत फुरत भटूरे बनाने हों और बेकिंग सोडा या यीस्ट डालकर आटा फुलाने का समय न हो तो फिर एसे में आलू को मैदा में मिलाकर आलू भटूरे बनाईये, आपके और आपके परिवार को बेहद पसंद आयेंगे.
व्रत के दिनों में सामान्य आटे के स्थान पर कुट्टू के आटे या सिंघाड़े के आटे का प्रयोग किया जाता है. आईये आज कुट्टू के आटे की पूरी बनायें
कुटू के आटे को अकेला गूंथा नहीं जाता इसलिये इसे गूंथने के लिये अरबी या आलू मिला लेते है, जिससे ये आसानी से गूंथ कर बेला जा सकता है. आलू या अरबी मिलाने से पूरियां खस्ता भी बनतीं है.
लुचई आगरा मथुरा के आसपास इलाकों में बनाई जाती है. यह बंगाल और उड़ीसा में लुची से जानी जाती है. बंगाल और ब्रज की लुचई में बस हल्का तलने का फर्क है.
दिखने में पूरी जैसे, फूले फूले, स्पंजी और हल्की मिठास का स्वाद लिये मैंगलौर बन्स (Mangalore Buns) यानी की बनाना पूरी का अपना एक खास स्वाद है. इन्हें आप चाय के साथ खाईये या चटनी - कसूंदी के साथ, दोनों तरह से आपको यह बनाना पूरी बहुत पसंद आयेंगी.
दिल्ली मे हर बाजार में एक छोले भटूरे वाला तो मिल ही जाता है, लेकिन पनीर भरवां भटूरे, किसी स्पेशल दुकान पर ही मिल पाते हैं,
इतवार के नाश्ते में क्या बनाया जाय, क्यों न आज पनीर भर कर भटूरे बनालें, लेकिन छोले, इसके लिये तो हमें चने रात को ही भिगोने होते, वो तो बन नहीं सकते, तो चने की जगह हमने मटर आलू मसाला सब्जी बनाने का फैसला किया और तैयारी करनी शुरू कर दी, बहुत ही लाजबाव लगे थे पनीर भरे भटूरे,आलू मटर मसाला सब्जी के साथ. तो आइये आज हम ये पनीर भरे भटूरे बनायें.
चावल के आटे की पूरी गोवा, मालवा और कोंकण क्षेत्र में बनाई जाती हैं. चावल की पूरियां ग्लूटोन फ्री पूरियां है, जिन्हें ग्लूटोन से एलर्जी है, वे भी ये पूरिया बड़े शोक से खा सकते हैं.
बेडमी पूरी केवल दिल्ली आगरा ही नहीं समूचे ब्रज अंचल का सुबह सुबह खाया जाने वाला मनपसंद नाश्ता है. ये बेड़मी पूरी कहीं मूंग की दाल और कहीं उरद की दाल डाल कर बनाई जाती है़.
आम के मौसम में आम के अचार, आम का कलाकन्द, आम का हलवा या आम की कढी तो हम बना ही चुके हैं. आज आम की मुलायम पूरियां बनाकर देखिये.
सर्दियों के मौसम में तिल मिलाकर बनाई गई मीठी पूरी सभी को पसंद आती है, खास कर छोटे बच्चों को. हम इसे बच्चों के टिफिन में भी रख सकते हैं.
राजस्थानी खाने का स्वाद तो लाजबाव होता ही है. राजस्थानी दाल पूरी अगर आप खायेगे तो इसकी तारीफ किये बिना नहीं रह सकेंगे. प्रस्तुत है होली के अवसर के लिये विशेष - राजस्थानी दाल की पूरी
हरे चने को मिला कर बनी हुई छोलिया पूरियां बहुत ही स्वादिष्ट बनती हैं. इन्हें हम किसी भी त्य़ोहार या खास अवसर पर बना सकते हैं.
मिस्सी पूरियां अधिक नर्म और स्वादिष्ट होती हैं. विशेष अवसरों के नाश्ते में या यात्रा सफर मे ले जाने के लिये ये अधिक उपयुक्त है, इन्हैं 2-3 दिन तक रख खाया जा सकता है, तो आइये आज मिस्सी पूरियां बनायें.
बेड़मी पूरी और नागोरी पूरी दिल्ली की खास पूरियां है जो सुबह सुबह नाश्ते में खायी जाती हैं. आकार में सामान्य पूरी से छोटी, फूली फूली नागोरी पूरी को आलू मसाला सब्जी और सूजी के हलवेके साथ बनाकर परोसा जाता है. नागौरी पूरी का खास बिस्कुटी कुरकुरा स्वाद आप सभी को बहुत पसंद आयेगा.
व्रत में फलाहारी खाने के लिये समा से खीर, पुलाव चकली या पूरी बनाई जाती हैं. व्रत के लिये आज समा की पूरी बनाईये, इसका स्वाद आपको बहुत अच्छा लगेगा.