गर्मी की तपन में क्या आपने तरबूज का शरबत पिया है? तरबूज का शरबत उत्तर भारत में तो अधिक लोकप्रिय नहीं है लेकिन मुम्बई में तरबूज का शरबत बहुत पसन्द किया जाता है.
सालों पहले हम मुम्बई में मैट्रो टाकीज से सामने अफलातून भाई के रेस्तरां कयानीज में तरबूज का रस पिया करते थे. चिपचिपी उमस और गर्मी की तपन के बीच तरबूज के रस का एक ग्लास से जो तृप्ति मिलती है ये सिर्फ इसे पीकर जाना जा सकता है.
सामग्री -
5 गिलास शरबत बनाने के लिये -
विधि -
तरबूज को धोइये, काटिये, मोटा हरा भाग छील कर निकाल दीजिये, लाल वाले भाग के इतने छोटे टुकड़े कीजिये जो आपकी मिक्सर में आसानी से चल पायें.
मिक्सर में तरबूज के टुकड़े डालकर मिक्स कीजिये. थोड़ी ही देर में गूदा और रस एकदम घुल जायेगा. अब इस रस को चलनी में छान लीजिये
जूस में स्वाद बड़ाने के लिये एक नीबू निचोड़ लीजिये और गिलास में डालिये बर्फ के क्यूबस डालकर ठंडा कीजिये. आप चाहें तो गिलास में शरबत के ऊपर 1- 2 पोदीना पत्तियां भी सजा सकते हैं और इसे अपने स्वादानुसार चीनी डालकर अधिक मीठा भी कर सकते हैं, लेकिन मुझे तो यह बिना अतिरिक्त चीनी डाले हुये अपने वास्तविक स्वाद में ही पसंद आता है.
ठंडा ठंडा तरबूज का शरबत तैयार है और अब पीजिये ये ठंडा ठंडा तरबूज का लाल शरबत . इसे पीने के बाद आप बाजार में बिकने वाले बनाबटी रंग और स्वाद वाली रंगीन पानी की बोतलों को छुयेंगे भी नहीं.