चकली महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में अधिकतर त्योहार पर बनने वाला प्रमुख स्वादिष्ट और कुरकुरा नमकीन है. जब मिठास से जी भर जाये तो जी भर के चकली खाईं जा सकतीं है. चकली को अलग अलग सामग्री से बनाया जा सकता है. जैसे
चावल का आटा और उरद दाल मिला कर.
चावल का आटा और मूंग दाल मिलाकर.
चावल का आटा और बेसन मिलाकर.
चावल का आटा और उरद, मूंग, बेसन सबको मिलाकर. गेहूं के आटे से भी चकली बनाई जाती है.
चकली (Chakli or Murukku) को अलग अलग तरीके से भी बनाया जाता है. कुछ लोग
मूंग दाल को उबाल कर पीस कर उसे चावल के आटा में मिलाकर, सारे मसाले डालकर चकली के लिये आटा गूंथ कर चकली बनाते हैं.
उरद दाल, मूंग दाल और चने की दाल को भून कर पीस कर, चावल के आटे में मिला कर, सारे मसाले डालकर चकली के लिये आटा गूंथ कर भी चकली बनाई जाती है
उरद की दाल का आटा (मोगरा), मूंग की दाल का आटा और बेसन लेकर चावल के आटे में मिलाकर, सारे मसाले डाल कर आटा गूंथ कर भी चकली बनाई जाती है
आप के किचन में जो सामग्री उपलब्ध हो उसी से आप चावल की चकली (Rice Chakli) बना सकते हैं. मेरे पास उरद की दाल का आटा, मूंग की दाल का आटा और बेसन सभी कुछ किचन में था इसीलिये हमने चकली बनाने का तीसरा तरीका अपनाया.
किसी बर्तन में सारे आटे मिला कर छान कर निकाल लीजिये.
सारे मसाले और तेल डालिये, सारी चीजें हाथ से अच्छी तरह मिला लीजिये.
पानी की सहायता से नरम आटा गूथ लीजिये. गुथे हुये आटे को 20 - 30 मिनिट के लिये ढक कर रख दीजिये. चकली बनाने के लिये आटा तैयार है.
गुथे हुये आटे से थोड़ा सा आटा (लगभग आधा कप आटा) निकालिये और लम्बा आकार देते हुये आटे को मशीन में डालिये, मशीन को बन्द कीजिये. कोई मोटी पोलिथिन सीट लेकर किचन टाप पर बिछाइये और मशीन को ऊपर से दबाब देते हुये, गोल घुमाते हुये, गोल चकली पोलिथिन सीट पर बनाइये, 6-7 चकली बनाकर पोलिथिन सीट पर तैयार कर लीजिये.
कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये, पोलिथिन सीट से चकली इस तरह उठाइये कि चकली अपने आकार में रहे, चकली उठाकर गरम तेल में डालिये (चकली तलने के लिये तेल ज्यादा गरम नहीं होना चाहिये, चकली को मीडियम आग पर ही तलना है) 5-6 या जितनी चकली तेल में एक बार तली जा सके उतनी चकली डाल दीजिये और पलट कर चकली को ब्राउन होने तक तल कर निकाल कर किसी थाली या प्लेट में निकाल कर रखिये.
सारे आटे से इसी तरह सारी चकली बना कर तैयार कर लीजिये.
चावल की चकली तैयार हैं. आप इन्हैं अभी खाइये और बची हुई चकली एअर टाइट कन्टेनर में रख लीजिये जब भी आपका मन करे डिब्बे से चकली निकालिये और 2 महिने तक आप ये चकली खाइये.