सांबर वड़ा को मेदू वड़ा भी कहते हैं, ये दक्षिण भारतीय खाना है लेकिन सारी दुनियां में इसकी धूम है, ये बहुत पसन्द किया जाता है. गरमा गरम सांबर में डूबा हुआ फूले फूले दाल का वड़ा और इसकी विशुद्ध भारतीय महक का कोई जबाब नहीं.
आप भी अपने शहर के मनपसन्द रेस्तरां में सांबर वड़ा , सांबर इडली या सांबर दोसा खाने जाते होगें. आप सांबर वड़ा छुट्टी के दिन नाश्ते में या अपने खास मेहमानों के आने पर और अपनी किसी पार्टी के लिये बना सकते हैं. सांबर वड़ा को उरद की दाल से या उरद और मूंग दाल मिला कर, या उरद और चना दाल मिला कर बनाया जाता है.
सामग्री :-
विधि -
उरद दाल और मूंग या चना दाल को धोइये और 4-5 घंटे या पूरी रात के लिये पानी में भिगो दीजिये.
दाल को पानी से निकालिये, एक बार फिर से धो लीजिये, भीगी हुई दालों को बिना पानी डाले या बहुत ही कम पानी डाल कर पीस लीजिये. पानी इसमें कम से कम ही होना चाहिये. दाल को बहुत अधिक बारीक भी मत कीजिये.
पिसी हुई दाल में नमक, अदरक, हरी मिर्च और हरा धनियां मिला कर अच्छी तरह फैटिये. दाल को आप जितना फैटेगे बड़ा उतने ही मुलायम बनेंगे. सांबर वड़ा बनाने के लिये मिश्रण तैयार है.
इस मिश्रण से वड़ा को आकार आप अपने हाथों पर ही दे सकते हैं या किसी प्लास्टिक शीट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. दक्षिण भारत में वड़े बनाने के लिये प्लास्टिक शीट की जगह केले के पत्तों का भी प्रयोग करते हैं.
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये, हाथ की उंगलियों को पानी से भिगोइये, भीगी हुई उंगलिये से थोड़ा सा दाल का मिश्रण उठाइये, गोल कीजिये और अंगूठे या दूसरे हाथ की उंगली को गड़ा कर एक छेद बना दीजिये, गरम तेल में ये वड़ा तलने के लिये डालिये, कढ़ाई में तेल के हिसाब से 3-4 वड़ा बनाकर एक बार में डालकर तल सकती हैं, वड़े को निचली सतह ब्राउन होने पर पलटिये और दोनों सतह ब्राउन होने तक तल कर निकाल लीजिये. सारे वड़े तल कर इसी तरह निकाल लीजिये. सारे वड़े तैयार हो गये हैं.
में डालिये, परोसिये और खाइये. वड़े को नारियल की चटनी या मूंगफली की चटनी या भुने चने की चटनी के साथ परोसिये और खाइये
चार सदस्यों के लिये
समय - 1 घंटा, 15 मिनिट