कुछ हल्का फुल्का बिना तेल का खाने का नाश्ता करने का मन हो तो आईये आज साबूदाना उपमा बनायें. साबूदाना खिचड़ी (Sago Khichadi) और साबूदाना नमकीन (Sabudana Namkeen) जहां बड़े साबूदाना से अच्छा बनते हैं, साबूदाना उपमा (Sago Upma) छोटे साबूदाना से बनाया जाता है. इसे आप व्रत में भी खा सकते हैं.
नानस्टिक कढाही आग पर रखिये और इसमें साबूदाने को एकदम हल्का रोस्ट कर लीजिये, सिर्फ इतना रोस्ट कीजिये कि इसकी ऊपरी परत अच्छी तरह से गर्म हो जायें, इनका रंग न बदले.
एक बरतन में साबूदाना भिगो दीजिये. भिगोते समय पानी सिर्फ इतना डालिये कि साबूदाना इसमें डूब जाये लेकिन सतह पर पानी अधिक ऊपर तक तैरता न रहे. साबूदाने को 5 - 6 घंटे तक भीगने दीजिये.
5- 6 घंटे में साबूदाने सारा पानी सोख लेंगे. साबूदाने को हाथ से अलग कर बिखरा दीजिये. इसके सारे दाने एकदम अलग अलग हो जायेंगे. साबूदाने को हल्का रोस्ट करके कम पानी में भिगोने से साबूदाने एक दूसरे से चिपकते नहीं है. साबूदाने बनाने के लिये तैयार हैं.
उबले आलू के छोटे छोटे पीस काट लीजिये, मूंगफली के दाने कूटकर हल्के दरदरे कर लीजिये. हरी मिर्च और अदरक के भी छोटा छोटा काट लीजिये.
कढाही में थोड़ा तेल डाल कर गरम कीजिये, जीरा और राई डालकर तड़काईये, और इसमें करी पत्ता अदरक डालिये, हरी मिर्च भी डालिये और साबूदाना और आधा चम्मच नमक डाल कर हल्की आग पर 5 - 6 मिनट तक ढककर पकने दीजिये. इसमें पकते समय पानी नहीं डालिये
जब साबूदाना पक जाय तो इसमे मूंगफली के दरदरे दाने और उबले हुये आलू के टुकड़े डाल कर 2 मिनट तक ओर पकने दीजिये.
आपका साबूदाना उपमा (Sabudana Upma) तैयार है, इसमें एक नींबू निचोड़िये और कटा हरा धनिया डालकर गर्मागर्म परोसिये.