साबूदाना थालीपीठ महाराष्ट्रियन डिश है. इसे व्रत के दिनों में फलाहार के रूप में बना कर खा सकते हैं. या इसके अलावा इसे नाश्ते या शाम के समय कम भूख के समय भी खाने के लिए भी बना सकते हैं.
आलू को छील कर कद्दूकस कर लीजिए. इसमें साबूदाना, आटा, नमक, काली मिर्च, जीरा हरा धनिया, हरी मिर्च, मूंगफली और अदरक डाल कर अच्छे से मिलाते हुए गूंथ कर आटा जैसा बना लीजिए.
थालीपीठ बनाने के लिए तवा गरम कीजिये. चकले पर एक पॉलीथीन शीट रखिये, हाथ पर थोडा सा घी लगाकर हाथों को चिकना करके, आटे से थोड़ा सा एक नींबू के बराबर आटा तोड़िये और गोल लोई बना लीजिये, लोई को हाथों से दबाकर चपटा कर लीजिये अब इसे चकले पर रखी प्लास्टिक शीट पर रखिये, लोई पर थोडा़ सा घी लगाकर इसे शीट से कवर कर दें. अब हाथों से या बेलन से दबाते हुए 3-4 इंच के व्यास में बेल लीजिये.
गरम तवे पर थोड़ा घी डालकर चारों ओर लगा दीजिये, बेली हुई थालीपीठ को पॉलीथीन शीट से हटाकर तवे पर डाल दीजिए. थालीपीठ के बीच में एक छेद कर दीजिए और इस छेद में घी डालें और थालीपीठ के चारों ओर भी थोडा़ सा घी डाल दीजिए. जब थालीपीठ का कलर थोड़ा ऊपर से डार्क हो जाय तो इसे पलट दीजिये और दोनों ओर से अच्छे तरह सिक जाने पर इसे प्लेट में निकाल लीजिये
इसी तरह से सभी थालीपीठ बनाकर तैयार कर लीजिए. इतने आटे में लगभग 8 थालीपीठ बनकर तैयार हो जायेंगे. साबूदाना थालीपीठ को आप दही या हरे धनिये की चटनी के साथ परोसिये ये बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं.