पालक में आइरन और मिनरल्स बहुत अधिक मात्रा में मिलते हैं. शाम के समय या सप्ताहांत में पालक की कढ़ी का कोई जबाब नहीं आईये आज पालक की कढ़ी बनायें.
सामग्री -
विधि -
पालक के डंठल तोड़कर साफ करलें. पालक के पत्तों को साफ पानी से 2 बार धो कर चलनी में रखें ( या थाली में रखकर तिरछा करदें ) ताकि उसका अतिरिक्त पानी निकल जाय.
अब पालक के पत्तों को चाकू या चोपिंग ब्लेड से बारीक काट लें.
दही को मथ लें, और मथे हुये दही में बेसन को घोल लें. घोल में गुठली नहीं पड़नी चाहिये. अब इस घोल में 750 ग्राम पानी डाल कर पतला घोल बना लें.
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम करें. गरम तेल में हींग और जीरा डालें. जीरा ब्राउन होने के बाद, हल्दी पाउडर और हरी मिर्च डालें. मसाले को 1-2 बार चमचे से चलायें और अब कटा हुआ पालक इस मसाले में डाल कर चमचे से चला दें, और 1 छोटी कटोरी पानी डाल कर ढक दें. धीमी गैस पर 6-7 मिनिट तक पकने दें.
पालक का ढक्कन खोलें, पालक पक गया है. अब इस पालक में बेसन का घोल डालकर चमचे से चलाते हुये सब्जी को पकायें.( इस समय गैस तेज रखें ). और जब सब्जी में उबाल आ जाय तो सब्जी को चलाना बन्द कर दें, और गैस भी धीमी कर दें. सब्जी में नमक और लाल मिर्च डाल दें. अब धीमी गैस पर सब्जी को 10 मिनिट तक पकाना है, और बीच बीच में सब्जी को चलाते भी रहना है, ताकि सब्जी कढ़ाई के तले में लगे ना.
बेसन का पालक तैयार है. सब्जी को बाउल में निकाल लें. हरा धनियां ऊपर से डाल कर सजायें, और गरमा गरम बेसन का पालक की सब्जी चपाती, नान , परांठे और चावल के साथ परोंसे और खायें.