जब बाज़ार में बिस्कुटों का प्रचलन आम नहीं हुआ था तब उस समय घर में मठरी बनायी जाती थी. इनकी खूबी ये है कि आप इन्हें बनकर एकमहीने तक खा सकते हैं. बस आप इन्हें एयर टाइट कन्टेनर में रखें. तो फिर आज बनाते है मठरियाँ.
सामग्री -
विधि -
मैदा में घी/तेल, नमक और अजवायन डाल कर अच्छी तरह मिला लीजिये, और पानी की सहायता से सख्त आटा गूथ लीजिये. गूथे हुये मैदा को 20 मिनिट के लिये सैट होने के लिये ढक कर रख दीजिये.
कढ़ाई में तेल डालकर गरम करने के लिये गैस पर रखें. गूथे हुये मैदा से उगलियों की सहायता से थोड़ा सी मैदा निकालें और गोल करके बेलन से बेलें, इसमें चाकू से 5-6 छेद करदें और प्लेट में रखे, फिर दूसरी मठरी को भी इसी तरीके से तैयार करें. 5- 6 मठरियाँ इसी तरह तैयार कर लें, और अब इन्हैं तेल में डालें, धीमी आग पर तलें. जब तक यह मठरियाँ सिकती हैं तब तक और 5- 6 मठरियाँ बेल कर तैयार करलें. कढ़ाई में मठरियाँ जब ब्राउन हो जाय तब उन्हैं
निकाल लें और एक प्लेट में पेपर नैपकिन बिछा कर रखें.
अब दूसरी बार बेली हुई मठरियाँ तेल में डाल दें और उसी तरह तलें. बाउन होने पर इन्हैं भी निकाल लें, और प्लेट में रखें. इसी तरह सारी मठरियाँ बना कर तैयार कर लीजिये.
खस्ता कुरकुरी मठरी तैयार हैं, इन्हैं गरमा गरम चाय के साथ खाइये और बची हुई मठरियों को ठंडा करके एअर टाइट डिब्बे में बन्द करके रख लीजिये.
1 महिने तक कभी भी जब आपकी इच्छा हो निकालिये और खाइये.