नमकपारे तो हम पहले ही बना चुके हैं. आज हम मैदा के नमकीन क्यूब्स बनाते हैं, ये भी नमकपारे की तरह से बनते हैं, आकार अलग हैं, स्वाद भी थोड़ा अलग ही है.
नमकपारे और मैदा के नमकीन क्यूब्स में फर्क सिर्फ आकार का होता है लेकिन कुछ अधिक मोटे होने के कारण इनका स्वाद कुछ अलग तरह का होता है. तो आइये आज मैदा के क्यूब्स बनाते हैं.
सामग्री -
विधि -
मैदा को एक बर्तन में निकाल लीजिये. नमक, जीरा, अजवायन, कसूरी मैथी, और घी पिघला कर डालिये, हाथ से इन सबको अच्छी तरह मिला लीजिये.
गुनगुने पानी की सहायता से कढ़ा आटा गूथ लीजिये. गूथे हुये आटे को 20 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये.
गूथे हुये आटे से 4 बड़ी लोइयां बनाइये. एक लोई को 6- 7 इंच के व्यास में (आधा सेमी.) मोटी पूरी जैसा बेलिये. चाकू की सहायता से चौकोर क्यूब्स काट कर प्लेट में रख लीजिये. सारी लोई को बेल कर इसी तरह क्यूब्स काट कर प्लेट में रख लीजिये.
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम करिये. क्यूब्स से थोड़े से क्यूब्स लेकर कढ़ाई में डालिये ( जितने कि कढ़ाई के तेल अच्छी तरह तले जा सकें). धीमी आग पर क्यूब्स को ब्राउन होने तक तलिये. ब्राउन होने के बाद क्यूब्स प्लेट में निकाल लीजिये, बचे हुये क्यूब्स तेल में डालिये, इन्हैं भी इसी तरह तलकर निकाल लीजिये. सारे क्यूब्स तल कर प्लेट में निकाल लीजिये.
आपके मैदा के क्यूब्स तैयार है. इन्हैं गरमा गरम या ठन्डे कैसे भी चाय के साथ कभी भी खाइये. एअर टाइट कन्टेनर में भर कर रख दीजिये, आप इन्हैं 2 महिने तक कभी निकालिये और खाइये.
इन क्यूब्स को आप चाहे तो काजू के आकार में काट कर भी तल सकते हैं. इसका तरीका निम्न है
बनी लोइयों के द्वारा मोटी पूरी बिलकुल ऊपर लिखे गये तरीके से ही बेलनी है. अब किसी बोतल के ढक्कन से उस बेले हुई पूरी से अर्धचन्द्राकार आकार में काजू काट लें, ढक्कन को कटे हुये भाग के ऊपर रखें और फिर से अर्धचन्द्राकार में आकार में काजू काट लें. इसी तरह एक के बाद एक काजू काटें उस पूरी लम्बाई के खतम होने तक. अब उसी काटे हुयी खाली किये स्थान के बगल से ढक्कन से अर्धचन्द्राकार काटना शुरू करें और पूरी लम्बाई तक जितने काजू कट सकें काट लें. मोटी बेली गई पूरी से जितने भी काजू काटे जा सकें इसी तरह काट लीजिये और प्लेट में रखते जायं जो आटा बच जायेगा उसे उठाकर दूसरी लोई में जोड़ कर बेल लेंगे.
दूसरी और तीसरी लोई सभी बेल कर इसी तरह काजू काट कर प्लेट में रख लें. काजू काट कर तैयार कर लिये हैं अब हम इन्हैं तेल में तलेंगें, इन्हैं भी बिलकुल क्यूब्स के तरीके से तलना है. गरमा गरम काजू या ठंडे कभी भी चाय के साथ खाइये.