लुचई आगरा मथुरा के आसपास इलाकों में बनाई जाती है. यह बंगाल और उड़ीसा में लुची से जानी जाती है. बंगाल और ब्रज की लुचई में बस हल्का तलने का फर्क है.
बंगाल में लुची में यह एकदम सफेद तली जाती है जबकि ब्रज में इसे हल्का ब्राउन तला जाता है. इसके अतिरिक्त बंगाल में यह आलू या बैंगन की सूखी सब्जियों के साथ परोसी जाती है जबकि ब्रज में यह आलू मसाला करी के साथ परोसी जाती है. चांदनी चौक दिल्ली की पुरानी दुकानों में तो यह लुचई सूजी के हलवे के साथ परोसी जाती है. लुचइ पूरी सादा पूरी की तरह ही बनती है, लेकिन इसकी अन्तर यह है कि लुचई मैदा से बनाई जाती है, आकार में थोड़ी छोटी रखी जाती है, देखने में यह लुचई पूरी बड़ी ही सुन्दर दिखाई देती है, खाने में स्वादिष्ट और बनाने में बड़ी आसान, तो आइये आज नाश्ते में लुचई पूरी बनायें.
सामग्री -
मैदा - 400 ग्राम (4 कप)
तेल - 2 टेबल स्पून (आटा गूथते समय मिलाने के लिये)
नमक - 3/4 छोटी चम्मच (स्वादानुसार)
तेल - पूरी तलने के लिये
विधि -
मैदा और नमक को किसी बर्तन में छानिये और गुनगुने पानी से पूरी के लिये के लिये नरम आटा गूथिये. आटा इस तरह का होना चाहिये जिसमें पूरी बेलने के लिये सूखा आटा लगाने की आवश्यकता न पड़े. गुथे गये आटे को 15- 20 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये, ताकि आटा फूल कर सैट हो जाय.
गुथे हुये आटे से थोड़ा थोड़ा आटा निकालिये, गोल कीजिये और लोई बना लीजिये. लोइयों को भी कपड़े से ढककर रखिये.
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये. पूरी के तलने के लिये तेल पर्याप्त गरम है उसके लिये थोड़ा आटा तोड़िये और गरम तेल में डालिये, आटा कुछ ही सेकिन्ड्स में तेल के ऊपर तैरना चाहिये.
चकले पर थोड़ा सा तेल लगा कर चिकना कर लीजिये, एक लोई निकालिये, 2 1/2 -3 इंच के व्यास में बेलिये, और गरम तेल में डालिये, एक बार में 2-3 पूरी या जितनी पूरी आसानी से तली जा सकें उतनी डाल दीजिये, पूरी को कलछी से दबा कर फुलाइये और पलट के दोनों ओर हल्की ब्राउन होने तक तल कर निकाल लीजिये. पूरियां निकाल कर किसी डालिया या प्लेट में नैपकिन पेपर बिछा कर रखी जा सकती हैं. सारी पूरियां इसी तरह तल कर तैयार कीजिये.
गरमा गरम लुचई पूरी तैयार है. आलू टमाटर, शाही पनीर, सूजी के हलवे , दम आलू या कोई भी अपनी मन पसन्द सब्जी के साथ लुचइ पूरी परोसिये और खाइये.
चार सदस्यों के लिये,
समय - आधा घंटा