इस कड़कती गर्मी के मौसम में अगर एक गिलास शरबत मिल जाय, तो सच में बहुत अच्छा लगता है. और अगर ये शरबत फालसे हो तो क्या कहना! फालसे का शरबत उत्तर प्रदेश में खूब पिया जाता है,
पहले गर्मी के दिनों में फालसे बेचने वालों की आवाज सुना करते थे. वे जोर जोर से चिल्लाते थे "ठंडे मीठे फालसे, तरी तरावट के फालसे", उन दिनों फालसे आते भी बहुत थे, लेकिन आजकल बाजार में फालसे हर जगह दिखायी नहीं देते लेकिन ढूंढने पर मिल जाते हैं.
फालसे जामुन से आधे आकार का छोटा सा लेकिन बहुत गुणकारी फल है. इन्हें आमतौर पर नमक मिलाकर खाया जाता है, लेकिन इसका शरबत और कुल्फी का कोई जबाब नहीं होता. आईये आज फालसे का शरबत बनायें.
सामग्री -
विधि -
पहले तो फालसे के फलों को कपड़े में रखकर हाथ से मसल कर पानी में इसका रस निकालते थे लेकिन वह तरीका समय के साथ पुराना हुआ. मिक्सर में इसका रस बनाना बहुत ही आसान हो गया है.
फालसे धोइये कर छलनी में रखिये और अतिरिक्त पानी हटने तक सुखा लीजिये, मिक्सर में चीनी और आधा कप पानी डाल कर, चीनी घुलने तक फैट लीजिये, अब इसमें फालसे डालिये और बिलकुल थोड़ा चला दीजिये, इस तरह फालसे का गूदा बीजों के ऊपर से निकल कर पानी में मिक्स हो जाता है, बीज साबुत ही रह जाते हैं.
अब मिक्सर में 3 कप ठंडा पानी मिलाकर आधा मिनट और चलाईये. फालसे के रेशे और रस इस पानी में मिल जायेंगे. शरबत को मिक्सर से निकाल कर छान लीजिये, लीजिये फालसे का शरबत तैयार है, आप चाहें तो इसमें एक नींबू और निचोड़ सकते हैं
फालसा शरबत को गिलास में डालकर सर्व कीजिये, शरबत को और अधिक ठंडा करने के लिये, बर्फ के क्यूब्स डालिये और पीजिये.
पांच सदस्यों के लिये
समय - 15 मिनिट