धनिये, पालक या मैथी तीनों तरह की मठरी का स्वाद मजेदार लेकिन एक दूसरे से अलग होता है. तो आज बनाते हैं छोटी धनिये की खस्ता मठरी.
सामग्री -
विधि -
हरे धनिये को साफ कीजिये, धोइये और बारीक काट लीजिये. मैदा को किसी बर्तन में छान कर निकाल लीजिये. नमक, जीरा, अजवायन, काली मिर्च, कतरा हुआ हरा धनियां और तेल डाल कर अच्छी तरह मिलाइये. धनियां को पीस कर भी मिला सकते हैं, पीस कर बनाने में स्वाद तो लगभग एक ही रहता है लेकिन मठरी के रंग में गहरा और अलग हो जाता है.
आटे की मात्रा का चौथाई पानी लीजिये (आधा कप से थोड़ा ज्यादा पानी लेकर), पानी को हल्का गुनगुना कीजिये, गुनगुने पानी की सहायता से सख्त आटा गूथ लीजिये. गुथे हुए आटे को सैट करने के लिये 20 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये.
आटा सैट हो गया है, मठरी बनाना शुरू करते हैं. गुथे हुये आटे से बराबर की छोटी छोटी लोइयां बना लीजिये, एक लोई उठाइये, हथेली पर रखिये और दूसरे हाथ से दबा कर बड़ा लीजिये, अधिक पतला मत कीजिये. सारी लोइयों को इसी तरह दबा कर मठरी तैयार कर लीजिये.
भारे तले की कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये, गरम तेल में 10-15 जितनी भी मठरी आ सके, डालिये, मीडियम और धीमी गैस प्लेम पर मठरियां ब्राउन होने तक तल लीजिये. सादा मठरी की अपेक्षा इन मठरियों के तलने में समय अधिक लगता है, एक बार की मठरी तलने में 12 - 14 मिनिट तक लग जाते हैं
. तली हुई मठरियां निकाल कर थाली या प्लेट पर रखिये. बची हुई मठरियां फिर से डालिये और तलिये, सारी मठरियां तल कर इसी तरह तैयार कर लीजिये. अधिक स्वाद के लिये घर का बना हुआ चाट मसाला मठरियों के ऊपर डालकर मिला दीजिये.
आप इन्हैं अभी तो चाय के साथ खा ही रहे हैं, बची हुई मठरियां ठंडी होने के बाद, एअरटाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये, जब भी आपका स्नेक्स खाने का मन हो, डिब्बे से ये धनियां खस्ता मठरियां निकालिये और गरमा गरम चाय के साथ खाइये. ये मठरियां आप 2 महिने भी रख कर खाइये हमेशा ही स्वादिष्ट लगेंगी.