चोराफली बहुत ही कुरकुरी गुजराती नमकीन है. इन्हैं चोराफली फाफड़ा भी कहते हैं. आमतौर पर चोराफली को त्योहार पर बनाया जाता है लेकिन यह इतने कुरकुरे और स्वादिष्ट होते हैं कि आप इन्हे चाय, काफी के साथ कभी भी खाइये बहुत अच्छी लगती हैं.
सामग्री -
विधि -
बेसन को किसी बर्तन में निकाल लीजिये, उरद दाल का आटा भी उसी में डाल लीजिये, 2 टेबल स्पून तेल और नमक डालकर मिला दीजिये. थोड़ा थोड़ा पानी डालकर पूरी से भी थोड़ा अधिक सख्त आटा लगाकर तैयार कर लीजिये. आटे को ढककर 1 घंटे के लिये रख दीजिये. आटा फूल कर सैट हो जायेगा.
एक घंटे बाद आटे को 7-8 मिनिट तक अच्छी तरह मसल मसल कर सॉफ्ट कर लीजिये या चकले पर रखकर बेलन से कूट कूट कर फोल्ड करते जाइये. थोड़ी देर मसलने पर आटा एकदम चिकना और सॉफ्ट हो जायेगा. अब आटे को लम्बाई में 1 इंच मोटा रोल बना लीजिये. इस रोल से आधा इंच मोटी लोइयां काट कर तैयार कर लीजिये, इतने आटे में 12 लोइयां बनकर तैयार हो जायेंगी, लोइयां ढककर प्याले में रख लीजिये
एक लोई उठाइये और चकले पर रखिये, और 4-5 इंच के व्यास में पतला बेलकर तैयार कर लीजिये, और अब इस पूरी को 1 - 1. 5 सेमी. की चौड़ाई में लम्बी लम्बी पट्टियों में काट लीजिये. काटी गई पट्टियां किसी प्लेट में रख लीजिये, सारी लोइयों को इसी तरह बेलकर, काट कर तैयार कर लीजिये.
कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये. तेल अच्छी तरह गरम होने पर ये कटी हुई पट्टियां 6-7 या जितनी कढ़ाई में आसानी से आ जाय , उतनी चोराफली तलने के लिये डाल दीजिये, चोरा फली तैरकर आ जाय उन्हैं पलट दीजिये और हल्की ब्राउन होने तक तल कर, नैपकिन बिछी प्लेट के ऊपर निकाल कर रख लीजिये. इसी तरह सारी चोराफली को तल कर तैयार कर लीजिये.
गरमा गरम चोराफली पर ही काला नमक और लालमिर्च पाउडर छिड़क कर मिक्स कर दीजिये, बहुत ही स्वादिष्ट कुरकुरी चोराफली बन कर तैयार है, अभी खाइये और ठंडा होने के बाद एयर टाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये और 1 माह तक खाते रहिये.