साबुत मोंठ, चना दाल या मूंग दाल की तली हुई नमकीन आपको भी पसन्द आती होगी. आप इन्हें घर पर बडी़ आसानी से बना सकते हैं.
चना दाल, मूंग दाल या दालमोंठ नमकीन तीनों एक ही तरह से बनाई जाती है. मूंग दाल और चना दाल को तल कर तली हुई मूंग दाल और चना दाल बनाई जाती है लेकिन दालमोंठ को मोंठ दाल से न बनाकर काली छिलके वाली साबुत मसूर से बनाया जाती है. आगरे की दालमोंठ में साबुत मोंठ नमकीन के साथ मैदे के पतले सेव भी मिलाते हैं लेकिन मुझे मोंठ की दाल बिना सेव के अधिक अच्छी लगती है.
सामग्री -
मसाला -
विधि -
साबुत मसूर दाल को धोकर 8 घन्टे के लिये पीने के पानी में भिगो दीजिये.
भीगी हुई साबुत मसूर दाल से सारा पानी हटा दीजिये, दाल को किसी सूखे सूती मोटे कपड़े या टावल पर 10 मिनट के लिये खुला करके फैला दीजिये ताकि उससे सारा पानी अच्छी तरह निकल जाय.
तलने के लिये कढ़ाई में तेल डाल कर गरम होने के लिये रखिये, तेज आग पर तेल गरम होने दीजिये, तेल जब अच्छा गरम हो तेल से धुंआं निकलने लगे तब दाल गरम तेल में डालिये. और कुरकुरी होने तक सिकने दीजिये. तलने के लिये एक बार में उतनी ही दाल डालें, जिसे तेल में आसानी से तला जा सके.
तलने वाली दाल भीगी हुई होती है इसलिये जब इसे तेल में डालते हैं तो तेल का तापमान एकदम गिर जाता है, इसलिये गैस की लौ एकदम तेज होनी चाहिये. यदि तेल अधिक गरम नहीं होगा तो दाल नमकीन कुरकुरी न होकर सख्त बनेगी
दाल को कुरकुरा होने तक तल लीजिये. (दाल को हाथ से मसल कर देख लीजिये वह सख्त हो जाती है) दाल को निकालिये और छलनी रख कर किसी बर्तन में रख लीजिये या नेपकिन पेपर पर रख लीजिये ताकि अतिरिक्त तेल निकल सके.
सारी की सारी दाल इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिये.
बारीक पिसा मसाला दाल में मिलाइये. मसाला एकदम बारीक पिसा होना चाहिये. दाल को अच्छी तरह ठंडा होने के बाद ही किसी एअर टाइट कन्टेनर में भरिये. जब आपका मन करे कन्टेनर से चटपटी चने की दाल निकालिये और खाइये. ये दाल महिनों तक खाई जा सकती है.
सुझाव :-