पकौडे की कढी के विपरीत बूंदी की कढी आपको हर एक ग्रास में नन्ही नन्ही पकौडी होने का खास स्वाद देती है. बूंदी की कढी आप घर पर ताजा बूंदी तलकर बना सकते हैं या बाजार से बूंदी लाकर भी बना सकते हैं.
बेसन को छान कर किसी थाली में निकाल लीजिये, पानी डालकर पकोड़े के घोल जैसा घोल बनाइये. घोल को इस तरह घोलिये कि गुठलियां नही पढें. बेसन के घोल को 2 बराबर भागो में बांट लीजिये.
दही को फैट लीजिये. फैटे हुये दही में बेसन के घोल का एक भाग मिलाइये और 1.2 लीटर (6 कप फुल) पानी मिलाकर कढ़ी के लिये घोल तैयार करके रख दीजिये.
बचे बेसन को खूब अच्छी तरह इतना फैंट लीजिये कि बेसन में हवा के बुलबुले दिखने शुरू हो जाय. कढ़ाई में लगभग 250 ग्राम तेल डालकर गरम कीजिये.
1 बड़ा चमचा बेसन का घोल छेद वाली कलछी के ऊपर रखिये और कलछी को कढ़ाई के किनारे से खट खट करके गरम तेल में बूंदी झड़ा दीजिये और घोल वाली कलछी कढ़ाई के ऊपर से हटा दीजिये. दूसरी कलछी की सहायता से बूंदी हल्की ब्राउन होने तक तल कर, किसी प्लेट में निकाल कर रखिये. फिर से कलछी के ऊपर बेसन का घोल डालकर, कढ़ाई में बूंदी झड़ा दीजिये और उन्हैं भी तलकर निकाल लीजिये, सारी बूंदी इसी तरह तल कर तैयार करके प्लेट या प्याले में रख लीजिये. .
कढ़ी बनाने के लिये: कढ़ाई में 1 या 2 टेबल स्पून तेल छोड़ कर, सारा तेल निकाल लीजिये. तेल को गरम कीजिये, गरम तेल में जीरा और मैथी डालिये, जीरा मैथी हल्का ब्राउन भुन जाने पर, हींग, हरी मिर्च, अदरक और हल्दी पाउडर डालकर, कढ़ी के लिये तैयार किया गया बेसन का घोल डालिये और आग तेज कर दीजिये. कढ़ी को चमचे से चलाते हुये जब तक पकाइये तब तक कि उसमें उबाल आने लगे. कढ़ी में उबाल आने के बाद चमचे से चलाना बन्द कर दीजिये, आग धीमी कर दीजिये. कढ़ी में नमक और लाल मिर्च डाल दीजिये. कढ़ी को 12 - 15 मिनिट तक धीमी आग पर उबलने दीजिये, थोड़ी थोड़ी देर में चमचे से कढ़ी को चलाते रहिये. अब कढ़ी में बूंदी डालिये और 2 मिनिट तक धीमी आग पर पका कर आग बन्द कर दीजिये कढ़ी में कतरे हुये हरे धनिये डालकर मिला दीजिये.
बूंदी की कढ़ी तैयार है, बूंदी की कढ़ी को प्याले में निकालिये और चावल, चपाती, परांठा या पूरी के साथ परोसिये और खाइये.
आप तीखी कढ़ी खाना चाहते है: तब आप एक छोटी कढ़ाई में 1-2 छोटी चम्मच तेल गरम कीजिये, गरम तेल में एक चौथाई छोटी चम्मच जीरा डालिये, आग बन्द कर दीजिये, 1/8 छोटी चम्मच लाल मिर्च डालकर तड़का तैयार कीजिये. ये तड़्का कढ़ी के ऊपर डालिये, लाल मिर्च का तड़का कढ़ी के ऊपर तैरता हुआ कढ़ी को सुन्दर और तीखा बना देगा.