करेले का भरवां और कटे हुये करेले दोनों तरह के अचार बनाये जाते हैं.
भरवा करेले का अचार बनाने के लिये छोटी किस्म के करेले लेने होंगे और कटे हुये करेले बनाने के लिये छोटे या लम्बे किस्म कोई भी करेले लिये जा सकते हैं. . आज हम लम्बे करेले से पतले पतले टुकड़े काट कर अचार बनायेंगे, क्यों कि इसे खाने में बड़ी आसानी होती है, कम अचार खाने वालों के लिये एक या दो टुकड़े करेले के लेकर अचार खाया जा सकता है, तो आइये शुरू करते हैं करेले का अचारबनाना.
सामग्री -
विधि -
अच्छे लम्बे वाली किस्म के करेले बाजार से ले आइये. करेलों को साफ पानी से 2 बार धोइये, धुले हुये करेले से चलनी या थाली में रख कर पानी को सुखाइये, डंठल काट कर अलग कर दीजिये, करेले को पतले पतले गोल कतरे काट कर बना लीजिये.
इन गोल कतरे करेले को 1 छोटी चम्मच नमक लगाकर किसी बर्तन में 1/2 घंटे के लिये रख दीजिये, इस तरह करेले से कड़वा पानी निकल कर अलग हो जाता है, करेले को अच्छी तरह 2 बार धो लीजिये, और कपड़े पर रखकर हवा या धूप में सूखने दीजिये.
या करेले को उबलते पानी में डालिये और 5 मिनिट के लिये ढक कर रख दीजिये, करेलों को चलनी में डालिये और पानी निकाल दीजिये, साफ पानी से करेलों को अच्छी तरह धोइये, चलनी में डालकर अतिरिक्त पानी हटा दीजिये, करेले के टुकड़ों को हवा या धूप में 2 -3 घंटे के लिये धुले साफ कपड़े पर फैला कर रख दीजिये ताकि इनका सारा पानी सूख जाय.
हींग, जीरा, मैथीदाने अजवायन और सोंफ को सूखा हल्का ब्राउन होने तक भून लीजिये, ये भूने मसाले और पीली सरसों को दरदरे पीस लीजिये.
अब करेले के टुकड़े किसी सूखे साफ बर्तन में रखिये, भुने मसाले और बचे हुये सभी मसाले और नमक मिलाइये, तेल को अच्छी तरह गरम करके इन करेलों में मिलाइये, नीबू का रस निकाल कर डालिये और सारी सामग्री को चमचे से अच्छी तरह मिलाइये.
मसाले मिले करेले को किसी प्लास्टिक या कांच के साफ और सूखे कन्टेनर में भर कर रखिये, आप इस कन्टेनर को धूप में भी रख सकते हैं, चार दिन तक रोजाना अचार को सूखे चम्मच से चला कर ऊपर नीचे कीजिये, करेले का अचार खट्टा और सुगन्ध वाला तैयार हो गया है. आप करेले के अचार को अपने लन्च या डिनर के साथ या नाश्ते में गरमा गरम परांठे के साथ खाइये और परोसिये यह बड़ा ही स्वादिष्ट बना है.
यह करेले का अचार 15 -20 दिन तक खाया जा सकता है, अधिक दिन तक अचार खाने के लिये आप यह अचार फ्रिज में रख सकते हैं या इस अचार में इतना सरसों का तेल डाल दीजिये कि अचार तेल में डुबा रहे.