क्या इन सर्दियों में आपने पटोरी के साथ बाजरे की रोटी (Bajre roti) खायीं है? राजस्थान और ब्रज के इलाके में बाजरा की रोटी को उरद की दाल और पटोरी के साथ खाया जाता है और बाजरे की रोटी के मलीदा (Bajra Roti Malida ) तो कहना ही क्या! आईये आज बाजरे की रोटी बनायें.
बाजरे के आटे को किसी चौड़े बर्तन में छान लें. गुनगुने पानी की सहायता से आटे को गूथ लें.
तवा गैस पर रख कर गरम करें. गूथे हुये आटे से 2 रोटियां बनाने लायक आटा निकाले और आटे को हाथ से मसल कर मुलायम करें, पानी डालने की आवश्यकता हो थोड़ा थोड़ा पानी मिलाकर नरम कर लीजिये. नरम आटे से एक रोटी का आटा निकालिये, गोल कीजिये, हथेलियों से बड़ा लीजिये.
हथेलियों पर थोड़ा सा पानी लगाइये. लोई को दोनों हाथों की हथेलियों की सहायता से 5-6 इंच के व्यास में बड़ा लीजिये. गरम तवे पर रोटी डालिये. सिकने के बाद पलटे से पलटिये.
यदि आप बाजरे की रोटी को हाथ से बड़ाने में कठिनाई महसूस करते हैं, तब आप दूसरे तरीके से रोटी बड़ा सकते हैं. गुथे हुये आटे थोड़ा सा आटा निकालिये, नरम कीजिये, लोई बनाइये, एक मोटा चौकोर पोलीथिन चकले पर रखिये, लोई को पोलीथिन पर रखिये, दूसरे चौकोर पोलीथिन से लोई को ढक कर हथेली की सहायता से दबा दबा कर बड़ा लीजिये. ऊपर लगी हुई पोलीथिन को हटाइये. हल्के हाथ से रोटी को उठाइये, गरम तवे पर डालिये, निचली सतह पर सिकने के बाद पलटे से पलटिये. जब रोटी की दूसरी सतह सिक जाय तो रोटी को पलटे की सहायता से उठाइये, और धीमी गैस पर, घुमा घुमा कर, दोनों तरफ ब्राउन होने तक सेकिये.
गरमा गरम रोटी पर घी लगाइये. बाजरे की रोटी के साथ, चने का साग बहुत अच्छा लगता है, उरद चने की दाल का स्वाद अच्छा लगता है, सरसों के साग के साथ बाजरे की रोटी अच्छी लगती है, आप अपने मन पसन्द किसी भी सब्जी के साथ गरमा गरम करारी बाजरे की रोटी परोसिये, साथ में गुड़ और मक्खन भी रखिये और बताइये कि बाजरे की रोटी कैसी लगी?