पिछले सप्ताह हमने नान स्टिक अप्पा मेकर (Appa maker) खरीदा और हमें यह बहुत पसंद आया. लिया तो ये दक्षिण भारतीय अप्पम बनाने के लिये था लेकिन इसका अधिकांश उपयोग बिना तेल के कटलेट्स बनाने में किया. अप्पम में इसमें सबसे पहले हमने उन्नीअप्पम (Unni Appam) बनाया जो बहुत ही स्वादिष्ट बने.
सब्जी के लिये हमेशा कच्चा सफेद रग का कटहल ही लीजिये. कटहल की तरी आप कई प्रकार से बना सकते हैं, जैसे खस खस की तरी, टमाटर और दही की तरी या मक्खन मलाई की तरी (How to make Tari for Curry). लेकिन आज हम काजू की तरी के साथ कटहल बनायेंगे. आइये कटहल की तरी वाली सब्जी बनाना शुरू करें.
कुछ हल्का फुल्का बिना तेल का खाने का नाश्ता करने का मन हो तो आईये आज साबूदाना उपमा बनायें. साबूदाना खिचड़ी (Sago Khichadi) और साबूदाना नमकीन (Sabudana Namkeen) जहां बड़े साबूदाना से अच्छा बनते हैं, साबूदाना उपमा (Sago Upma) छोटे साबूदाना से बनाया जाता है. इसे आप व्रत में भी खा सकते हैं.
दक्षिण भारतीय स्वाद से सराबोर कच्चे नारियल के साथ बनी भिन्डी नारियल मसाला फ्राय (Bhindi Nariyal Masala Recipe) उनको भी पसंद आती है जो भिन्डी को पसंद नहीं करते. इस सूखी सब्जी को आप आफिस या बच्चों के टिफिन में भी रख सकते हैं.
गर्मी का पारा चढने के साथ साथ बाजार में सब्जियों की उपलब्धता भी कम हो रही है. लेकिन आजकल कच्चे केले खूब मिल रहे हैं. आईये आज कच्चे केलों की आसान सी सब्जी कच्चा केला फ्राइ (Raw Banana Fry) बनायें. केले से हम पहले कच्चा केला टिक्का करी (Raw Banana Tikka Curry) और कच्चे केले के कोफ्ते (Raw Banana Kofta Curry) बनाये हैं. कच्चे केले फ्राई इन दोनों के विपरीत तुरत फुरत जल्दी तैयार होने वाली सब्जी है.
शाम को खाने से पहले अगर कुछ हल्का फुल्का खाने का मन करे तो आप कच्चे केले के कटलेट्स (Raw Banana Cutlet ) बना सकते हैं. अपनी पसन्द से आप केले कटलेट सिर्फ केले से या केले आलू मिलाकर किसी भी तरह से बना सकते हैं.
कसूंदी (Mango Kasundi Sauce) सास बड़ा ही स्वादिष्ट चरपरे स्वाद वाला खट्टा सास है. पकोड़े, पिज्जा, सैन्डविच और किसी भी स्नैक्स के साथ कसूंदी खायी जा सकती है. कसूंदी को हम आसानी से घर में बना सकते हैं, आइये कसूंदी (Mango Kasundi Sauce) बनाना शुरू करते हैं.
सर्दियों में यानी कि ठंड के दिनों में मन करेगा कि नाश्ते में कुछ गरमा गरम मिले. भाप छोड़ती हुई भरवां इडली (Stuffed Rava Idli) से बेहतर और क्या हो सकता है. पहले से प्लान करने पर दाल वाली इडली बनाई जा सकती है, लेकिने रवा इडली तुरन्त जब भी मन चाहे बना लेते हैं.
दिखने में पूरी जैसे, फूले फूले, स्पंजी और हल्की मिठास का स्वाद लिये मैंगलौर बन्स (Mangalore Buns) यानी की बनाना पूरी का अपना एक खास स्वाद है. इन्हें आप चाय के साथ खाईये या चटनी - कसूंदी के साथ, दोनों तरह से आपको यह बनाना पूरी बहुत पसंद आयेंगी.
दही वड़ा (Dahi Vada -Dahi Wada) खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है. त्यौहार या अन्य किसी अवसर पर तला खाकर आपकी तबियत तृप्त हो गयी हो तो दही वड़ा आपके पेट का भी ध्यान रखेगा और स्वाद का भी, दही वड़े उरद की दाल से, उरद दाल और मूंग दाल मिलाकर, और सिर्फ मूंग दाल से भी दही बड़े बनाये जाते हैं, आज हम उरद की दाल से दही वड़े बना रहे हैं. आईये दही वड़ा बनाना शुरू करते हैं.
जब एक जैसी सब्जियां खाते खाते मन ऊब जाय और तो हल्के सुगंधित देशी मसालो की महक वाली तरी में डूबे हुये टमाटर बनाकर देखिये. आपको टमाटर का सालन (Tamatar ka Salan) बेहद पसंद आयेगा.
सांबर वड़ा (Samar Vada) को मेदू वड़ा भी कहते हैं, ये दक्षिण भारतीय खाना है लेकिन सारी दुनियां में इसकी धूम है, ये बहुत पसन्द किया जाता है. गरमा गरम सांबर में डूबा हुआ फूले फूले दाल का वड़ा (Vada) और इसकी विशुद्ध भारतीय महक का कोई जबाब नहीं.
कच्चे केले के नमकीन कुरकुरे चिप्स और गर्म चाय. आप भी इन्हें पसन्द करते होंगे. कच्चे केले के चिप्स तुरन्त तैयार हो जाते हैं आईये आज केले के चिप्स (Raw Banana Chips) बनायें.
क्या आप कम तेल का नाश्ता करना चाहते हैं? आईये आज दक्षिण भारत का लोकप्रिय भोजन रवा उपमा (Semolina Upama Recipe) बनायें.
नारियल के लड्डू तुरत फुरत बनने बाले लड्डू हैं, लेकिन स्वाद में बेजोड़. आप दिवाली जैसे त्योंहार पर नारियल के लड्डू बना सकते हैं. नारियल के लड्डू मावा या कंडेसड मिल्क दोनों से बनाये जा सकते हैं लेकिन मावा से बना नारियल लड्डू अधिक स्वादिष्ट होता है.
दक्षिण भारत की खास मिठाई मैसूर पाक़ को किसी भी स्पेशल अवसर या किसी भी त्यौहार पर बनाया जा सकता है. मावा और पानी न होने की वजह से मैसूर पाक की सैल्फ लाइफ बहुत अधिक है.
आप चावल दाल की इडली तो बेहद पसंद करते होंगे. लेकिन सूजी (रवा) से बनी इडली (Rava Idli) बनाने में कम समय लेतीं हैं. इसकी खूबी यह है कि इसमें न तो एक दिन पहले भिगोने का झंझट न कुछ इसे पीसने का. इनमें तेल तो लगता ही नहीं. इसे बच्चे हो या बड़े सभी पसन्द करते हैं.
कर्ड राइस यानि कि दही वाले चावल स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी होते हैं, कर्ड राइस बनाना बहुत ही आसान है, और ये आपको बहुत पसन्द आयेंगे.
सुबह के नाश्ते में कुछ अच्छा और जल्दी बनाना हो तो सूजी यानी कि रवा का दोसा बनाया जा सकता है, सूजी दोसा बहुत आसानी से और बहुत जल्दी बन जाता है, इसे बनाने के लिये पहले से तैयारी करने की आवश्यकता नहीं है, और खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है.
चकली अनेक तरह से बनाई जाती है. इसे चावल के आटे में में दाल का आटा और बेसन मिलाकर भी बनाया जाता है, मैदा से भी और सिर्फ चावल के आटे से भी. चावल के आटे से इसे तुरत फुरत बिना किसी तैयारी के बना सकते है.
सॉंफ्ट मुलायम इडली बनाने के लिये सही इडली के घोल का होना जरूरी है. अगर इडली का बैटर सही तरह से फूला न हो या इसमें इन्ग्रेडिएन्ट्स की मात्रा सही न हो तो हमारी इडली एकदम सफेद, फूली फूली और सॉफ्ट सॉफ्ट नहीं बनतीं.
चावल, नारियल और ढेर सारे पानी से बने कागज जैसे पतले, एकदम सॉफ्ट सॉफ्ट नीर दोसा चाहे गर्मा गर्म या ठंडे दोनो तरह से बहुत अच्छे लगते हैं. इन्हें आप चटनी, करी, अचार या साम्बर के साथ परोस सकते हैं. इन्हें चावल को फर्मेन्ट किये बिना तुरत फुरत बनाया जा सकता है. बच्चों को स्कूल टिफिन में भी ये बहुत पसंद आयेंगे.
दोसा, इडली, सांबर बड़ा खाने के साथ अगर नारियल की चटनी न हो तो स्वाद अधूरा ही लगता है. तो फिर बनाते हैं आज नारियल चटनी (Coconut Chutney).
दक्षिण भारत में नारियल की खीर में चावल भी मिलाये जाते हैं लेकिन उत्तर भारत में नारियल की खीर कच्चे नारियल से बनाई जाती है और इसमें चावल नहीं मिलाये जाते. इसलिये कि इसे व्रत में भी खाया जा सके. आईये आज बनाते हैं कच्चे मीठे नारियल की स्वदिष्ट खीर.
बाहर से कुरकुरा और अन्दर से सॉफ्ट, तीखी चटनी की परत लगाकर बनाया हुआ मैसूर मसाला दोसा लोकप्रिय स्ट्रीट फूड्स में से एक है.
दाल चावल के बैटर से बने उत्तपम के बजाय रवा से बने उत्तपम बिना किसी पूर्व तैयारी के तुरत फुरत बनाये जा सकते हैं. इन्हें बच्चों के स्कूल टिफिन में भी रखा जा सकता है.
इडली बैटर में अपनी मनपसन्द की सब्जियां मिलाकर बनाये हुये वेज अप्पम कम तेल में बने लेकिन बहुत ही स्वादिष्ट होते है. इन्हें हम सुबह शाम कभी भी परोस सकते हैं और सॉस या चटनी के साथ बच्चों के टिफिन में भी रख सकते हैं.
यदि आपको तेल के खाने से परेहज है तो इस वाटे अप्पम (Vatta Appam Recipe ) को अवश्य बनाईये. इसे बनाने का तरीका कुछ कुछ ढोकले की तरह है. लेकिन इसमें बेसन की जगह चावलों का प्रयोग होता है और इसमें चीनी भी मिलाई जाती है. आईये आज वाटे अप्पम (Vatta Appam Recipe ) बनायें.
सांबर परम्परागत तमिल भोजन का प्रमुख हिस्सा है. गरमा गरम सांबर से भुने हुये मसालों की महक आपको अपनी ओर खींच ही लेगी. चाहे चावल हों, बड़ा, दोसा, इडली, रवा इडली सांबर सभी के साथ खाया जाता है. यह कई तरीके से बनाया जाता हैं. इसमें विशेष सब्जियां कटहल (Jackfruit) या मुनगा (Drumstick) डालकर इसे अलग स्वाद भी दे सकते हैं. इसे बनाने में अरहर (तूअर) की दाल और सब्जियों प्रयोग किया जाता है. यह स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी है. तो आइये आज हम सांबर बनायें.
नमकपारे जैसे कुरकुरे लेकिन कई परतों वाले और कलोंजी का खास स्वाद समेटे निमकी दिखने में बोम्बे काजा जैसे होते हैं, लेकिन स्वाद में नमकीन मसालेदार. इन्हें चाहें तो मसाला की तरह खायें चाहे तो कसूंदी या धनिया चटनी के साथ खायें, दोनों तरह खाने से इसका अद्भुत स्वाद आपको बेहद पसंद आयेगा.
कैर सांगरी (Kair and Sangri Sabzi) राजस्थान की ज्यादा तेल और ज्यादा मसाले के साथ बनने वाली चटपटी सब्जी है, कैर छोटे छोटे गोल गोल होते हैं, और सांगरी 2-4 इंच लम्बी पतली फली होती हैं. कैर और सांगरी के पेड़ राजस्थान में मिलते हैं. वहां के लोग सीजन में ताजा फलों से कैर, सांगरी की सब्जी बनाते हैं और बाद के लिये कैर और सांगरी को अच्छी तरह सुखा कर रख लिया जाता है, जब भी सब्जी बनानी हो इसे पानी या छाछ में भिगो कर बना लिया जाता है. सूखी हुई कैर सांगरी बड़े शहरों में किसी बड़ी किराना स्टोर पर मिल जाते हैं, कैर सांगरी को राजस्थाने की मेवा भी कहा जाता है. कैर सांगरी इसका स्वाद इतना अच्छा और अलग हैं कि आप इसे बनायेंगे तभी जान पायेंगे.
साबुत लसोड़े का अचार (Gunda Pickle) दो तरीके से बनाया जाता हैं, एक तो बिना मसाले का और दूसरा मसाले के साथ, बिना मसाले के लसोड़े बच्चों को बहुत पसन्द आते हैं लेकिन मसाले वाले लसोड़े भी बड़े स्वादिष्ट होते हैं. लसोड़े का अचार (Lasodaa Achar) तो मेरे घर में सबको बहुत ज्यादा पसन्द है.
कच्ची हल्दी का अचार खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है इसमें अनेकों औषधीय गुण भी हैं. स्वाद में एकदम तीखा हल्दी का अचार की बस एक चौथाई चम्मच आपके खाने को एक नया स्वाद देगी.
राजस्थानी खाने में मंगोडी अनेकों सब्जियों के काम्बीनेशन में प्रयोग की जाती हैं. मूंग दाल की मंगोडी (Moong Dal Mangodi) को आप किसी भी सब्जी के साथ बना सकते हैं. टिन्डे और मूंग की दाल की मंगोड़ी (Tinda Moong Dal Mangodi Curry) की सब्जी बहुत ही स्वादिष्ट बनती है, आइये आज अपने लन्च में टिन्डे मंगोड़ी की सब्जी बनायें.
पंचरतन दाल या पंचमेल दाल (Panchratana dal) राजस्थान की विशेष रेसिपी है. इसे पंचमेल दाल (Panchmel Dal) भी कहते हैं. यह पंचरतन दाल पांच दालों को बराबर मात्रा में मिला कर बनाई जाती है. हर एक दाल के गलने का समय दूसरी दाल से अलग होता है. जब पांच दाल एकसाथ मिला कर एक ही समय में पकाई जातीं है तो इनमें कोई दाल अधिक गली हुई होती है और कोई कम. इसमें खड़े मसाले कूट कर या दरदरे कर के डाले जाते है, इन सबका का स्वाद एकदम अलग होता है. आइये आज हम पंचरतन दाल (Panchratana Dal) बनायें.
पूड़ी परांठे के साथ अरबी की सब्जी बहुत ज्यादा अच्छी लगती है, चाहे वो अरबी फ्राई हो या कुरकुरी अरबी या बेसन वाली अरबी (Besan wali Arbi). हर अरबी का अपना अपना विशिष्ट स्वाद.